उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने से भयंकर तबाही, 100-150 लोगों के मरने की आशंका; गृह मंत्री बोले- देंगे हर संभव मदद
कागा न्यूज
नई दिल्ली: उत्तराखंड के जोशीमठ में ग्लेशियर के फटने से भारी तबाही का मंजर देखने को मिला है। इस बीच प्रशासन अलर्ट हो गया है। इधर, उत्तराखंड के मुख्य सचिव ने बताया है कि NDRF रवाना हो चुकी है। ITBP के जवान वहां पहुंच चुके हैं। हमारी SDRF की टीम भी वहा पहुंच चुकी है। सारे जगह रेड अलर्ट हो चुका है। 100-150 के बीच जनहानि हो सकती है। हालांकि अभी कोई आधिकारिक आंकड़ा सामने नहीं आया है। उत्तराखंड सरकार ने कुछ हेल्पलाइन नंबर्स भी जारी किए गए हैं, जिनकी मदद फंसे लोग या लापता लोगों के रिश्तेदार संपर्क कर सकते हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस आपदा के चलते फंसे लोगों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। ये हेल्पलाइन नंबर हैं- 9557444486 और 1070। रावत ने ट्वीट कर कहा है, ‘अगर आप प्रभावित क्षेत्र में फंसे हैं, आपको किसी तरह की मदद की जरूरत है तो कृपया आपदा परिचालन केंद्र के नंबर 1070 या 9557444486 पर संपर्क करें। कृपया घटना के बारे में पुराने वीडियो से अफवाह न फैलाएं।’
इन इलाकों में बढ़ेगा जल स्तरइस घटना के बाद प्रशासन ने निचले इलाकों के लिए अलर्ट जारी कर दिया है और इन इलाकों को खाली करा लिया गया है। गढ़वाल क्षेत्र में अलर्ट जारी कर दिया गया है। अलकनंदा और धौलीगंगा नदी के किनारे बसे लोगों को निकालने का काम चल रहा है। तपोवन से लेकर श्रीनगर, ऋषिकेश और हरिद्वार तक सभी जिलों में अलर्ट जारी किया गया है। उत्तराखंड पुलिस ने ट्वीट करते हुए बताया, ‘श्रीनगर में शाम चार बजे तक जल स्तर 536.00 मीटर तक जा सकता है जो खतरे के निशान से ऊपर है। इसी तरह हरिद्वार में रात 8 बजे तक 340.50 मीटर और हरिद्वारा में रात नौ बजे तक 294.00 मीटर तक जा सकता है।’ यानि इन सभी जगहों पर खतरे के निशान से पानी ऊपर जा सकता है।पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘मैं उत्तराखंड में दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति की लगातार निगरानी कर रहा हूं। भारत उत्तराखंड के साथ खड़ा है और राष्ट्र सभी की सुरक्षा के लिए प्रार्थना कर रहा है। वरिष्ठ अधिकारियों से लगातार बात की जा रही है और एनडीआरएफ की तैनाती, बचाव कार्य और राहत कार्यों का अपडेट लिया जा रहा है।’गृह मंत्री बोले- देंगे हर संभव मदद
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, ‘उत्तराखंड में एक बहुत बड़ी दुर्घटना हुई है। पानी का बहाव बहुत बड़ा है। पहले ऋषिगंगा और बाद में अलकनंदा में जल स्तर बढ़ने की शुरूआत हुई है। कुछ लोगों के हताहत होने की भी सूचना मिली है। एनडीआरएफ की टीमें वहां पहुंच चुकी हैं बाकि टीमें कुछ ही देर बाद वहां जाने के लिए तैयार हैं। आईटीबीपी और राज्य का तंत्र वहां एक्टिव हैं। मुख्यमंत्री जी से मेरी बात हुई है वो भी वहां पहुंचने वाले है। वायुसेना को भी अलर्ट किया है। मैं उत्तराखंड केसभी निवासियों को भरोसा देना चाहता हूं कि नरेंद्र मोदी की सरकार इस संकट की घड़ी में उनके साथ खड़ी है। और हर संभव मदद देकर उत्तराखंड इस संकट से बाहर आए ऐसे हमारे प्रयास हैं।’उत्तराखंड में एक बार फिर प्राकृति ने भयानक रूप लिया है। चमोली जिले के रैनी में रविवार सुबह ग्लेशियर टूट गया। बताया जा रहा है कि ग्लेशियर टूटने से धौली नदी में बाढ़ आ गई है। इससे चमोली से हरिद्वार तक खतरा बढ़ गया है। सूचना मिलते ही प्रशासन की टीम मौके के लिए रवाना हो गई है। इधर,घटना के बाद से चमोली जिले के नदी किनारे की बस्तियों को पुलिस लाउडस्पीकर से अलर्ट कर रही है। वहीं कर्णप्रयाग में अलकनंदा नदी किनारे बसे लोग मकान खाली करने में जुटे हैं।